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अलहड जवानी भाग दो

ये  उम्र  वो  थी 

           करें   कुछ   तूफानी 
वो बचपन की यादें 
             वो अल्हड़ जवानी 
दिलों से दिलों में 
          वो जब गुल खिले थे 
अभी याद है हम 
               जहाँ पर मिले थे
मौसम खुशनुमा था
                  थे बादल घनेरे 
वो निकले थे पनघट 
                    पे आँखे तरेरे
नया इश्क था 
                  नई थी कहानी 
वो बचपन की यादें
             वो अल्हड़ जवानी
वो पोखर की सीढी 
                 में एंडी रगडना 
उन्हे   देखकर 
                 वो आहें भरना 
कभी रूठना था
               कभी था मनाना 
कभी प्रेम में था 
                वो झूंठा बहाना 
वो दिन थे मजे के 
                 वो रातें सुहानी 
वो बचपन की यादें
            वो अल्हड़ जवानी

उदयबीर सिंह गौर 
खम्हौरा 
बांदा 
उत्तर प्रदेश 
9793941034





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9 Comments

N.ksahu0007@writer

17-Nov-2021 12:22 PM

उम्दा पेशकश

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Alisha ansari

23-Jul-2021 08:25 AM

बेहतरीन

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उदय बीर सिंह

24-Jul-2021 05:47 PM

बहुत-बहुत धन्यवाद

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Swati chourasia

22-Jul-2021 06:57 PM

Very nice 👌

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उदय बीर सिंह

24-Jul-2021 05:48 PM

धन्यवाद स्वाती जी

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